Prakash Biyani

कॉरपोरेट इतिहासकार प्रकाश बियानी की यह ग्यारहवीं पुस्तक है। श्री बियानी की पूर्व प्रकाशित पुस्तकों में बहुपठित हैं—‘शून्य से शिखर’, ‘जी! वित्तमंत्री जी’, ‘इस्पात पुरुष लक्ष्मी मित्तल’, ‘इंडियन बिजनेस वुमेन’, ‘25 सुपर ब्रांड्स’ एवं ‘खदान से ख्वाबों तक संगमरमर’। बिजनेस वर्ल्ड पर हिंदी में पहली बार प्रकाशित इन पुस्तकों को प्रबुद्ध पाठकों, विशेषकर बी-स्कूल के छात्रों ने खूब सराहा है। उनकी पुस्तकों के गुजराती, मराठी संस्करण भी लोकप्रिय हुए हैं। ‌किशोर उम्र से लेखन कार्य कर रहे श्री बियानी ने 25 वर्ष (1968-93) भारतीय स्टेट बैंक में महत्वपूर्ण दायित्व सँभालने के बाद दस वर्ष (1994-2003) भास्कर समूह में कॉरपोरेट संपादक का दायित्व सँभाला है। उनके दो हजार से ज्यादा लेख, साक्षात्कार विभिन्‍न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। सन् 2003 से फ्रीलांस लेखक के रूप में कार्यरत श्री बियानी विभिन्‍न पत्र-पत्रिकाओं के निय‌िमत स्तंभ लेखक भी हैं।

जॉनसन ऐंड जॉनसन – मानवता का मान जॉनसन ऐंड जॉनसन

जॉनसन ऐंड जॉनसन – मानवता का मान जॉनसन ऐंड जॉनसन जॉनसन ऐंड जॉनसन सन् 1886 का उत्तरार्ध था। इधर, भारत...

एडीडास – मोची के बेटों ने बनाया एडीडास

‘भगवान क्या है?’ देश की दूसरी सबसे बड़ी (पहली टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) आईटी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजिस के संस्थापक नारायण मूर्ति...

माइक्रोसॉफ्ट की बुनियाद :  एक झूठ और दो कमरे

झूठ से शुरू हुई थी माइक्रोसॉफ्ट क्या कोई यकीन कर सकता है कि दुनिया की सबसे अमीर कंपनियों में से...

कैडबरी – दो कमरों से सौ देशों में पहुँची कैडबरी

कैडबरी की सफलता वाकई सपनों जैसी लगती है। दो कमरों की एक दुकान से उठकर इसका दुनिया भर में पूरे...

गूगल – 100 अरब का खोजी नंबर 1 गूगल

सौ अरब डॉलर का ब्रांड पलक झपकते ही इंटरनेट के अथाह सागर से ढेरों जानकारियाँ ढूँढ़ लानेवाला खोजी नंबर ‘गूगल’...

बॉर्नवीटा – तन की शक्ति, मन की शक्ति बॉर्नवीटा

चॉकलेट के लिए दुनिया की दिग्गज कंपनी कैडबरीज को यदि बच्चों के दाँत खराब करने के लिए कोसा जाता है...

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